सुबह का नजारा
सुबह का नजारा
हर सुबह नई उम्मीद लेकर आती है,
सूरज की सुनहरी किरणें नई हैं
प्रकृति माँ की गोद में जागती आशा
फूलों की खुशबू जो समेट ली गई है
मोहिनी सबकी आत्मा है, फूल है
जंगली भूमि पर सांभर का राज है
जैसा कि कहा जाता है, सुबह हो गई है
नज़ारा बहुत बढ़िया और अनोखा है
नए अनुभव,
बाल सूरज की पहिली किरण
लहूलुहान होना
वह मुस्कुरा कर हंसता है
छुट्टी के रास्ते
ख़ुशी की एक झलक, जो मानवीय है
कुछ ऐसा जो जीवन को प्रभावित करता है
संवेदना की एक झलक में,
सुबह के नज़ारे की खूबसूरती
आकर्षक, सुबह ही हर दिन लेकर आती है
कुछ ताज़ा नए स्वाद, मंदिर में
मन में है नींद के घंटों की आवाज
जैसे कि यह खुशी की लहर पैदा करता है
जीवन के समुद्र तट के बाद भी जारी है
संघर्ष की प्रवृत्ति, लेकर आती है ये सुबह
नए विचार, सारी भावनाएँ
सुबह की ओस इकट्ठा करो
मन खिल उठता है
जीवन का संघर्ष जारी है
सही समय पर।
