Sanya Singh
Inspirational
बुलाया है मेरी माटी ने मुझे
रुकूँगी नहीं एक क्षण भी
रास्ता पथरीला है ज़रूर
थमूँगी नहीं एक क्षण भी
खून पसीना माँगती है ये माँ
मुकरूँगी नहीं एक क्षण भी
वर्दी का सपना देखा है मैंने
पूरा करके ही सोऊँगी
पूरा करके ही सोऊँगी!
सपना
मां के लालों ने लाल मां का आंचल किया , कड़ियां दासता की तोड़ दी। मां के लालों ने लाल मां का आंचल किया , कड़ियां दासता की तोड़ दी।
शंका का हल समाधान है, एक दूजे को समझाया करते। शंका का हल समाधान है, एक दूजे को समझाया करते।
ज़रा मैं ज़िंदादिली से आगे बढ़कर देख लूँ। ज़रा मैं ज़िंदादिली से आगे बढ़कर देख लूँ।
नहीं रहे जीवन में शूल, हर पथ पर रहे जो बिखरे फूल। नहीं रहे जीवन में शूल, हर पथ पर रहे जो बिखरे फूल।
दरिया भी तलाश में है रुके बस हमारी आवाज़ के लिए दरिया भी तलाश में है रुके बस हमारी आवाज़ के लिए
पास होकर भी कुछ रिश्ते, कितने दूर हो चुके हैं !! पास होकर भी कुछ रिश्ते, कितने दूर हो चुके हैं !!
जो सबको देकर अपना हाथ खाली करता हो, खुदा उसकी हथेली खाली कभी रख नहीं सकता। जो सबको देकर अपना हाथ खाली करता हो, खुदा उसकी हथेली खाली कभी रख नहीं सकता।
वीर सैनिक आतंकवादियों से भी रात दिन लोहा लेते, वीर सैनिक आतंकवादियों से भी रात दिन लोहा लेते,
जलियांवाले बाग का, दृश्य बना ज्वलन आग। उधम ने क्रिस्टन हाल में,खेला फायर फाग। जलियांवाले बाग का, दृश्य बना ज्वलन आग। उधम ने क्रिस्टन हाल में,खेला फायर फाग।
मोहपाश में जकड़ा "नीरज", कृपा कर मुझको विरक्त करो।। मोहपाश में जकड़ा "नीरज", कृपा कर मुझको विरक्त करो।।
भावनाओं का सम्मान, माता पिता ही घर की शान। भावनाओं का सम्मान, माता पिता ही घर की शान।
आप हैं शांति का कानन धरा बंजर का कृन्दन है. आप हैं शांति का कानन धरा बंजर का कृन्दन है.
अपने पूरे गर्व से हिंद ध्वजा फहराऊं। अपने पूरे गर्व से हिंद ध्वजा फहराऊं।
एक अच्छा समाज बनायेंगे हो अगर शोषण किसी का तो मिलकर आवाज उठायें एक अच्छा समाज बनायेंगे हो अगर शोषण किसी का तो मिलकर आवाज उठायें
अंतर में जब घबराहट होगी, मंजिल प्रभु की होगी आसान।। अंतर में जब घबराहट होगी, मंजिल प्रभु की होगी आसान।।
चित्त ही विचारों का है स्वामी, शान्त चित्त इसको करना होगा। चित्त ही विचारों का है स्वामी, शान्त चित्त इसको करना होगा।
धनपतराय नाम था उनका लेखन का नाम नवाबराय। धनपतराय नाम था उनका लेखन का नाम नवाबराय।
बेखौफ आदमी गुमराह बन फिरता, बेअदबी उनको न भाती है।। बेखौफ आदमी गुमराह बन फिरता, बेअदबी उनको न भाती है।।
काठमांडू का ये सफर, कहा न जाए कितना मधुर। काठमांडू का ये सफर, कहा न जाए कितना मधुर।
मैं मुसलमान हूँ इसका मुझे गर्व है मैं अहले ईमान हूँ इसका मुझे गर्व है। मैं मुसलमान हूँ इसका मुझे गर्व है मैं अहले ईमान हूँ इसका मुझे गर्व है।