त्रिकालदर्शी
त्रिकालदर्शी
सदियों से राष्ट्र निर्माता है शिक्षक,
समाज का भाग्य विधाता है शिक्षक।
देश की शान होता है शिक्षक,
शिष्य के लिए वरदान होता है शिक्षक।
सही गलत का आभास कराता है शिक्षक,
सबको प्रगति का मार्ग बताता है शिक्षक।
बुराई से हमेशा बचाता है शिक्षक,
शिष्य को सर्वश्रेष्ठ बनाता है शिक्षक।
समाज का कुंभकार होता है शिक्षक,
शिष्य को देता सही आकार है शिक्षक।
अनंत ज्ञान का भंडार है शिक्षक,
धरती पर भगवान का अवतार है शिक्षक
।
जीवन में मानवता का रंग भरता है शिक्षक,
व्यथित मन का उद्धार करता है शिक्षक।
संघर्षों से लड़ना हमें सिखाता है शिक्षक,
एक अच्छा इंसान हमें बनाता है शिक्षक।
सत्य और न्याय की राह दिखाता है शिक्षक,
देशको अच्छे नागरिकों से सजाताहै शिक्षक।
ज्ञानदीप जलाकर मनको राह दिखाताहै शिक्षक,
शिक्षा देकर विद्यावान बनाता है शिक्षक।
सुनो "महादेव" त्रिकालदर्शी कहलाता है शिक्षक,
इसीलिए ईश्वर से बढ़कर स्थान पाता है शिक्षक।