राह बनाये रखना
राह बनाये रखना


कठिन डगर में अपनी
राह बनाये रखना
अपने चेहरे पे हँसी
रोज बनाये रखना।
जहाँ में अपने भी हैं
और पराये भी हैं।
यहाँ रिश्तों में सदा
प्यार बनाये रखना।
खिलखिलाकर हँसे वो
फूल तेरे आँगन के
महक गुलों की सदा
दिल में बनाये रखना।
जुनून सिर पे चढ़ा हो बस
मुहब्बत का ऐसी रंगीनियाँ
हर वक्त बनाये रखना।
दर्दे गम अपना कहीं
आपको न मायूस करे
गमों को पीके यहाँ
सबको हँसाये रखना।
जो सितमगर है कंत'
माफ उनको कर देना
उनके हर जुल्म को
सर आँख सजाये रखना।