प्रकृति का संदेश
प्रकृति का संदेश
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प्रकृति हमे सिखाती,ऐसा कुछ पाठ पढ़ाती है,
मार्ग हमें दिखालाती है,प्रकृति शांत रह देती जाती है।
हम तक संदेश पहुंचाती है,ऐसा ही पाठ पढ़ाती है।
नदी कहती है स्वच्छ रखो ,जल को
वृक्ष का संदेश समझ सको,नही काटो अनगिनत हमको
आवास परिदो के छिन जाएगे।वृक्षो के कटाव से
आक्सीजन की मात्रा पर्यावरण मे अल्प रह जाएगी।
मानव निज स्वार्थ से करते जाएगे।
प्रदूषण से प्रकृति को सुरक्षित करना।
लक्ष्य हो हर मानव का प्रकृति दिवस हर दिन मना,घर घर संदेश पहुंचाए।
पेड लगा कर ,पौधे लगा कर,आओ धरा का श्रृंगार सजाये।
हरियाली ,खुशहाली चारो ओर हो।
इसी शुभकामना से पर्यावरण दिवस मनाये।।
जहाँ हो, पड़े न वहाँ रहो।जहाँ गंतव्य, वहाँ जाओ,
पूर्णता जीवन की पाओ।विश्व गति ही तो जीवन है,
अगति तो मृत्यु कहाती है।
प्रकृति हमे सिखाती है,ऐसाकुछ पाठ पढ़ाती है।