पिता
पिता
जो अपने संतानों का साहस हरदम बने रहे.....
उनकी इच्छा पूरी करने दिनरात भी एक कर दे....
उनके सफलता के आसमान की सीढ़ी खुद बने......
अपने से ज्यादा संतान की तरक्की पर गर्व करे......
संतान के ऊंची उड़ान की सदैव दुआ करते रहे.....
संतान के चेहरे पर सिर्फ खुशी जिसे भाता है....
जिनके पद चिन्हों पर संतान को चलना भाता है...
संतान जिसपर अभिमान करता हैं, वो पिता ही है....