-पिता ईश्वर का स्वरूप
-पिता ईश्वर का स्वरूप
पिता ईश्वर का स्वरूप
पापा आपकी अंगुलि थामे देखी दुनिया हमने।
पढा-लिखा कर काबिल बनाया
आपकी सीखो ने सदाचार मे रहना सिखाया।
सबका सहयोग करके मृदुभाषी का पाठ पढाया।
जीवन मे हमे लक्ष्य पूर्ण करना सिखाया।
अश्रु पूर्ण आँखो से दी थी मुझे विदाई।
आप की लाड़ो जब ससुराल आई।
आपका मान सम्मान संभाले हर कदम भरती हूँ।
आपके संस्कारों की महक से गृहस्थी की बगिया सुगंधित करती हूँ।
आप नही हो मेरे पास
आप को ईश्वर की भांति पूजा करती हूँ।
पापा की लाड़ो आपके जन्मदिवस पर श्रृद्धा के पुष्प आपको अर्पित करती हूँ।
