ना आम है ये सिपाही
ना आम है ये सिपाही


मर गए मिट गए वतन के लिए,
दिल में लेके ना गम कोई,
खून पसीना एक करे जो,
भारत माटी का वीर वाही।
परिवार के आंसू बहते छोड,
देश के चरणो मे है ये जवान,
अमन चैन का सादगी संसार छोड,
आपने वतन, तिरंगे के लिए कुर्बान।
आदर है बहादुर जीवो को,
जो तिरंगा लहराए आते हैं,
सीने पे गोली खाकर नीचे गिरते पर,
मस्तक से ऊँचा तिरंगा उठाते हैं।
जब भगत सिंह, गांधी, का लेते नाम,
याद रखना ये आम सिपाही भी नहीं है आम,
हिंदुस्तान की शान है ये, अभिमान है ये,
इन शूरवीरो को हमारा है सलाम ...