sandesh singh
Drama
जीवन के हर एक
थपेड़ो को समेटे,
तन्हा भरे सफर पर
चलता एक मुसाफिर।
साथ
माँ
मुसाफिर
हिलती हुई पगडंडी पर करतब दिखाते पंछी संतुलन का जीवन पाठ सीखाते है सुंदर चहकते पक्षी। हिलती हुई पगडंडी पर करतब दिखाते पंछी संतुलन का जीवन पाठ सीखाते है सुंदर...
उनका ये अंदाज भी एक, याद बन कर रह गया। इश्क़ मेरे दिल का. उनका ये अंदाज भी एक, याद बन कर रह गया। इश्क़ मेरे दिल का.
अंग प्रत्यंग बेकार कर देगा नशा ये मौत का नशा है अंग प्रत्यंग बेकार कर देगा नशा ये मौत का नशा है
बहुत कुछ है समाज में बुरा उन पे ध्यान दो और हमें प्रेम से जीने दो। बहुत कुछ है समाज में बुरा उन पे ध्यान दो और हमें प्रेम से जीने दो।
खैर, जो भी है, मेरा सच है उन्हें ये पलक आज कल रूठी लगती है। खैर, जो भी है, मेरा सच है उन्हें ये पलक आज कल रूठी लगती है।
छूटे दुनिया चाहे, पर छूटे हमारा संग ना। छूटे दुनिया चाहे, पर छूटे हमारा संग ना।
नौकर मालकिन के परे उन दोनों के बीच रिश्ता दो औरतों का था। नौकर मालकिन के परे उन दोनों के बीच रिश्ता दो औरतों का था।
निष्ठुर प्रियतम मेरी तरह क्या चांद को भी कल बहुत याद आए थे ? निष्ठुर प्रियतम मेरी तरह क्या चांद को भी कल बहुत याद आए थे ?
परन्तु समय से भी तेज मैंने लोगों को बदलते देखा। परन्तु समय से भी तेज मैंने लोगों को बदलते देखा।
ज़रूरत से ज़्यादा पानी न हम बहाएं पानी बचाओ ये अभियान जन जन पहुंचाएं। ज़रूरत से ज़्यादा पानी न हम बहाएं पानी बचाओ ये अभियान जन जन पहुंचाएं।
अंदर छुपे उस शख्स को कैसे समझाऊँ कि समलैंगिकता बाहर लाना कितना मुश्किल है। अंदर छुपे उस शख्स को कैसे समझाऊँ कि समलैंगिकता बाहर लाना कितना मुश्किल है।
जाने क्या खता हुई हमसे अजनबी बन रह गए। जाने क्या खता हुई हमसे अजनबी बन रह गए।
हाय रे मजबूर किस्मत आज फिर तूने उसकी तकदीर से वह सूखी ब्रैड हटा दी। हाय रे मजबूर किस्मत आज फिर तूने उसकी तकदीर से वह सूखी ब्रैड हटा दी।
और आज लिखूंगा और एक खत, दिल में थोड़ी चाहत लिए। और आज लिखूंगा और एक खत, दिल में थोड़ी चाहत लिए।
नज़र नहीं आती आजकल शायद राह बदल ली। नज़र नहीं आती आजकल शायद राह बदल ली।
जिंदगी का इंजन और डिब्बों का रिश्ता सफर।। जिंदगी का इंजन और डिब्बों का रिश्ता सफर।।
कभी झरनों जैसी अधीर बहती, कभी शांत सागर समान थमती। कभी झरनों जैसी अधीर बहती, कभी शांत सागर समान थमती।
असली पहचान इसी के लिए लड्ता था ना तु जीवन भर। असली पहचान इसी के लिए लड्ता था ना तु जीवन भर।
इसी लिए हाल पूछो तो, "सब बढ़िया" ही कहते हैं और "सब बढ़िया" बस यही सच कानों में रखते ह इसी लिए हाल पूछो तो, "सब बढ़िया" ही कहते हैं और "सब बढ़िया" बस यही सच कानों म...
मगर प्रेम में अर्पित आवारा सा नैन स्पर्श की ताक में हूँ।। मगर प्रेम में अर्पित आवारा सा नैन स्पर्श की ताक में हूँ।।