मोटीवेशनलअ शायरी
मोटीवेशनलअ शायरी
मंज़िल उन्ही को मिलती है,
जिनके सपनों में जान होती है,
पंखों से कुछ नहीं होता,
हौसलों से उड़ान होती है । (१)
जो हो गया उसे सोचा नहीं करते,
जो मिल गया उसे खोया नहीं करते,
हासिल उन्हीं को होती है "सफलता"
जो वक्त और हालात पर रोया नहीं करते । (२)
