मेरा जीवन
मेरा जीवन


खुद की आहट से क्यों डरता है।
जीते जी क्यों मारता है
कष्ट नहीं विकराल इतना,
डरता है तू उससे जितना,
करके हौसला बढ़कर तो देख,
ऊंचाईयों पर चढ़कर तो देख,
दुनिया जितनी जालिम है।
जीवन उतना अमिय है।
जुटा अपनी ताकत को,
और दुनिया को दिखा दे।
मैं भी गुड़ा कोश हूं,
यह पाठ सभी को सीखा दे।
कठिनाइयों से पूछ
क्या हाल करूँ मैं तेरा
जा नहीं डरता मैं तुझ से,
क्योंकि जीवन है ये मेरा।