मेरा भारत महान
मेरा भारत महान
आगे सारा जहां है, पीछे कुछ भी नहीं
खून से बांधा है इस वतन को ये धागे कुछ भी नहीं।
इस वतन पर आन बान शान कुरबान है।
जान हे मेरी वतन, वतन ही जहान है।
वतन के खातिर जीने कि वजह मिली ।
बहा कर खून अमर सी एक जा मिली।
आयुर्वेद सी दवा मिली है, हिमालय से दुआ मिली
मिली है वफाएं वीरों से, संविधान की जुबां मिली
कोई और बनाना चाहे, तो सदियाँ बीत जाए
ऐसा ये संविधान है
जान है मेरा वतन, वतन ही जहान है।
लताजी जैसा हुनर जहां पर
और धोनी का करिश्मा है।
जहां घर घर में टी.व्ही पर
चलत
ा उल्टा चश्मा है।
गालिब से शायर जहां
और नीरजा सी एक बेटी है।
ना छुपाये भ्रष्टाचारी इसे
ये स्वाभिमानी मिट्टी है।
गुरू नानक का आशीर्वाद और
सुबह सुबह सुनाई पड़ता
पाक अजान है
जान है ये वतन मेरा वतन ही जहान है
ये वो धरती है जहां छत्रपति की तलवार लड़ी
महाराणा के प्रतापों से इस मिट्टी की शान बढ़ी
शहजहान का मुमताज़ महल जग में एक अजूबा है।
जहां बिना देखे मजहब अकबर का दिल जोधा में डुबा है।
जहां भावनाओं की कद्र और इश्क इक भगवान है।
जान हे मेरा वतन, वतन ही जहान है।