Ishwarvati Mourya
Inspirational
हाथों की लकीरें
तू बदल दे धीरे-धीरे
मेहनत से ही है निकले
धरती से चमकते हीरे
रामराज
न्यारे बापू
कलम आज उनकी ज...
कोशिश करने वा...
सब पढ़े सब बढ...
दीप उनकी कब्र...
रानी लक्ष्मीब...
मेहनत
माता -पिता
अध्यापक
खुशियाँ हर जीव की, शांति कण कण की, खुशियाँ हर जीव की, शांति कण कण की,
जो जीवन में जब भी हारते है , और निडरता पूर्वक इसे स्वीकारते हैं। जो जीवन में जब भी हारते है , और निडरता पूर्वक इसे स्वीकारते हैं।
हम दूसरों से मोहब्बत कर तो लेंगे मगर हमसे मोहब्बत कौन करेगा। हम दूसरों से मोहब्बत कर तो लेंगे मगर हमसे मोहब्बत कौन करेगा।
सारी विसंगतियों में पुण्य सुसंगति का ज्वलंत प्रमाण शिव। सारी विसंगतियों में पुण्य सुसंगति का ज्वलंत प्रमाण शिव।
जहाँ मदहोशी का आलम न हो बड़ी बड़ी बातें न हो जहाँ मदहोशी का आलम न हो बड़ी बड़ी बातें न हो
मैं हूं धरा जिस पर सबका जीवन बसा, मैं हूं धरा जिस पर सबका जीवन बसा,
आज उड़ाना है तुम्हें, बस उड़ाना है तुम्हें। अपनी मंजिल को हासिल करना हैं आज उड़ाना है तुम्हें, बस उड़ाना है तुम्हें। अपनी मंजिल को हासिल ...
याद दिलाता है मुझे मेरा प्यारा बचपन ना किसी चीज की चिंता ना फिकर याद दिलाता है मुझे मेरा प्यारा बचपन ना किसी चीज की चिंता ना फिकर
दिल दरिया संस्कारों की मसीहा दिल दरिया संस्कारों की मसीहा
जिंदगी हमेशा चलती रहेगी सबको कर्तव्य निभाना पडेगा। जिंदगी हमेशा चलती रहेगी सबको कर्तव्य निभाना पडेगा।
धीरे धीरे चल ऐ जिंदगी, अभी बहुत कुछ सुनना कहना है। धीरे धीरे चल ऐ जिंदगी, अभी बहुत कुछ सुनना कहना है।
गर इश्क़ इबादत है तो तमाशा मेरी आदत है गर इश्क़ इबादत है तो तमाशा मेरी आदत है
जिंदगी के हर कदम पर मौत की दुर्लभ छाया है जिंदगी के हर कदम पर मौत की दुर्लभ छाया है
समय बड़ा बलवान है भैया समय बड़ा बलवान समय बड़ा बलवान है भैया समय बड़ा बलवान
जब भी कोई कष्ट आता जीवन में, तो सबको God हमेशा याद आता है! जब भी कोई कष्ट आता जीवन में, तो सबको God हमेशा याद आता है!
कहकर यह रोते सदा ,मिला न मुझको मीत। नहीं कभी कोई लिखा ,मुझ पर कोई गीत।। कहकर यह रोते सदा ,मिला न मुझको मीत। नहीं कभी कोई लिखा ,मुझ पर कोई गीत।।
हार जीत के दांव में, फंसे जगत के लोग। हार जीत के दांव में, फंसे जगत के लोग।
दर्द ज़माने ने हज़ार दिए जनाब, आपसे बस खुशी की नुमाइश हैं दर्द ज़माने ने हज़ार दिए जनाब, आपसे बस खुशी की नुमाइश हैं
शीतल पवन पुरवैया दो, अगवाई कर सावन की अँखियों से, शीतल पवन पुरवैया दो, अगवाई कर सावन की अँखियों से,
छोटे-छोटे कदमों से लाई जो खुशियाँ हजार हैं। छोटे-छोटे कदमों से लाई जो खुशियाँ हजार हैं।