मैं तुमसे प्यार नहीं करती
मैं तुमसे प्यार नहीं करती
मैं तुमसे प्यार नहीं करती
लेकिन इनकार नहीं करती
गुम रहती तेरे ख्वाबों में
पर मैं इक़रार नहीं करती
कहती हूँ अपना हाल-ए-दिल
बस मैं इज़हार नहीं करती
तेरी बज़्म में रहना भाता है
पर ये स्वीकार नही करती
मेरी रग रग *माही* बसता है
उससे तक़रार नहीं करती।
