मानवीय मूल्य की माला
मानवीय मूल्य की माला
मानवीय मूल्य की माला,
ये है जीवन का पाठशाला,
सिखाए हमे पाठ निराला,
दुख में साथ दे हर मतवाला,
सुख लाए फैलाए जीवन में उजाला,
अतुलनीय है मानवीय मूल्य की माला,
वास्तविक जीवन ही है प्रयोगशाला,
वही बलवान है जिसने धूल मिट्टी में खेला,
एक कमरे में बंद मोबाइल गेम वाला,
कहां समझपाएगा मानवीय जीवन की माला,
गर्म सोना जो पीघला और हो गया चमकीला,
पीट पीट कर वह सोनार आकार दे डाला,
बिल्कुल ऐसा ही है मानवीय मूल्य की माला।
