STORYMIRROR

Sudhirkumarpannalal Pratibha

Abstract Inspirational

3  

Sudhirkumarpannalal Pratibha

Abstract Inspirational

मां

मां

1 min
269

मां

यह

एक 

अपनेआप में

संपूर्ण

शब्द है


मां के आगे

सारे रिश्ते

बौने है

मां

के नजर में

बेटा

हमेशा

बेटा

होता है


मां का

त्याग 

परिभाषा से 

परे है

मां

के ही

आशीर्वाद से

बच्चे

आगे बढ़ते हैं


मां

जीवनदाता है

मां

सब कुछ है

मां के

समर्पण को

शब्दों में

बयान नहीं

किया

जा सकता


मां के

ऋण को

कभी भी

उतारा नहीं

जा सकता


मां के लिए

सिर्फ

एक ही

शब्द है

जो सम्पूर्ण है

सर्वस्व है

सार्वभौमिक है

शाश्वत है

और वो है

मां


यह एक ऐसा

पद है

जिसके आगे

सारे पद

बौने होते हैं।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract