माँ
माँ
"माँ" है यह व्यापक शब्द,
नहीं इसका संकुचित अर्थ।
तुम हो तो हम हैं पूर्ण,
नहीं तो है जीवन अपूर्ण।।
हम हारकर भी जीत जाते हैं,
तुम हो तो विपरीत
स्थिति भी नहीं डराते हैं।
तुमसे है हमारा अस्तित्व,
नहीं और कुछ भी अभीष्ट।।
तुम हो तो सब कुछ भी है,
तुम्हारे बिना जीवन निरर्थ।।
तुम्हारी प्रविशेष यह है
निमिष शब्द,
सभी शब्द भावों का यही है
निष्कर्ष।
तुम हो तो हम हैं,
तुम्हारा प्रेम अनुशंसा अनन्त है।।