क्या हाल है जनाब? कैसे हो?
क्या हाल है जनाब? कैसे हो?
तेरी मुफलिसी पे हँसेंगे वो,
तेरी कामयाबी से जलेंगे वो
पर कभी ना आयेंगे पूछने
क्या हाल हैं जनाब? कैसे हो?
ठोकरों से वक़्त की
जब पड़ेंगी चोटें अनसही,
मुस्कुराना तू उन्हें पूछना
क्या हाल हैं जनाब? कैसे हो?
रुक ना जाना तू कहीं
जो हार कभी महसूस हो,
लड़ जाना ऐसा कि जीत कहे
क्या हाल हैं जनाब? कैसे हो?
