ख्वाबों के समंदर में इस कदर डूबे है....
ख्वाबों के समंदर में इस कदर डूबे है....
ख्वाबों के समंदर में इस कदर डूबे हैं,
कि सांस लेने भर की फुरसत नहीं।
कुछ पाने के लिये सब कुछ खो चुका,
कि अब कुछ खोने के लिये बचा नहीं।
