Become a PUBLISHED AUTHOR at just 1999/- INR!! Limited Period Offer
Become a PUBLISHED AUTHOR at just 1999/- INR!! Limited Period Offer

H R

Inspirational Others

3  

H R

Inspirational Others

खुद की तलाश

खुद की तलाश

1 min
155


खुद की तलाश में निकला हूं

 तो अंजाम भी सही होगा।

 चलूंगा, गिरूंगा, लड़खड़ाऊंगा कई बार

 मगर हौसला ना हारूंगा।


 मिल जाएगा सफ़र का मंजिल या

 सबक भी नया होगा।

 खिलूंगा कांटों भरी गुलाब की तरह 

जिसका महक भी यहीं कहीं होगा ।


सुनूंगा कई ताने ठहाके

 पर ख्वाबों का तानाबाना भी बूनूंगा

 अरे इस कदर चलता रहूंगा 

और चलने में माहिर हो जाऊंगा।


 हां खुद की तलाश में निकला हूं तो 

अंजाम भी सही होगा।

 चलूंगा ,गिरूंगा ,लड़खड़ाऊंगा कई बार

 मगर हौसला ना हारूंगा।



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational