Bharati Srivastava

Inspirational

5.0  

Bharati Srivastava

Inspirational

कौन हो ?

कौन हो ?

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मनुष्य हो?

तो बुद्धिमान हो 

बुद्धिमान हो

तो तुम्हारा नियंत्रित

होना जरूरी है

नियंत्रित हो, तो तुम

स्वतंत्र नहीं हो


स्वतंत्र नहीं हो तो

पूरे मनुष्य नहीं हो

पूरे मनुष्य नहीं हो तो

पशुता अंतर्निहित है

पर पूरे पशु भी नहीं हो

कुछ देवत्व भी झलक

जाता है कभी -कभी


अपनी आदतों पर

कायम नहीं हो

न पूरे आस्तिक हो 

न पूरी तरह नास्तिक

कभी हृदय को मस्तिष्क

में रख लेते हो

कभी मस्तिष्क

को हृदय में

जो भी हो भले

नहीं हो तो 

इतने बुरे भी नहीं



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