जल के बिना जीवन कहाँ
जल के बिना जीवन कहाँ
ज़िंदगी ठहर जाती हमारी
अगर ना होता एक बूंद जल का
प्यासे ही मर जाते हम
जल के बिना जीवन संभव कहाँ होता ।
बहने ना दो एक बूंद जल का
रखो बचाकर तुमभी
हर प्यासे को पहुचानी है अब
जल के बिना जीवन संभव कहाँ होता ।
क्यों लाते हो गंदगी
जहां आसपास जल मिले
स्वछ रखो परिवेश हमेशा
जल के बिना जीवन संभव कहाँ होता ।
चलो मिलकर करेंगे वादा
सुखने ना देंगे नदियां
समझाएंगे मिलके सबको अब तो
जल के बिना जीवन संभव कहाँ होता ।
