Sudhirkumarpannalal Pratibha
Abstract Inspirational Thriller
चलाचल
है
जिंदगी
ठहराव
दौड़
बहाव
जिदंगी
लहर
भागमभाग
जिदंगी।
प्रेम और नफरत
प्रेम को परिभ...
नजरिया
कहानी की परिभ...
यादों में ठहर...
प्रेम की पवित...
बेवजह इजहार क...
आप आजाद हो
यह जीवन रंगबि...
रोटी हो गोल सब्जी हो तीख़ी भिंडी बने करारी कढ़ी में छोंक नपातुला सा जल न जाये ध्यान रखना था वरना ... रोटी हो गोल सब्जी हो तीख़ी भिंडी बने करारी कढ़ी में छोंक नपातुला सा जल न जाये ...
गोबरौलों की संगत में आवारा नन्हें नन्हें कीडे़ देखे हैं उनकी गुलाटी को देखा है उनकी मस्ती को निहा... गोबरौलों की संगत में आवारा नन्हें नन्हें कीडे़ देखे हैं उनकी गुलाटी को देखा है...
सारा जादू टूटकर बिखर जायेगा जमूरे भाग जायेंगे तम्बू उखड़ जायेगा मेला बैलगाड़ी पर लद जायेगा धरती ... सारा जादू टूटकर बिखर जायेगा जमूरे भाग जायेंगे तम्बू उखड़ जायेगा मेला बैलगाड़ी...
दुर्गा नहीं, काली नहीं, सती-सावित्री, लक्ष्मी नहीं, जो भी हूँ, तेरे सामने, साक्षात खड़ी हूँ मै... दुर्गा नहीं, काली नहीं, सती-सावित्री, लक्ष्मी नहीं, जो भी हूँ, तेरे सामने, ...
आती है शर्म खुद से,दो रुपये उधार लेने पर लोग डकार नही लेते ,नाम आने पर घोटालों में! आती है शर्म खुद से,दो रुपये उधार लेने पर लोग डकार नही लेते ,नाम आने पर घोटालो...
सोये कब्रिस्तान के मुर्दों मे भी जोश भर डालूँगा जो कुछ बचा लोहे का चचा भी लड़ने आयेगा ।। सोये कब्रिस्तान के मुर्दों मे भी जोश भर डालूँगा जो कुछ बचा लोहे का चचा भी लड़न...
जिन नजरों से बचना मुनासिब नहीं हुआ उन नजरों का भी एक अलग अंदाज है, अंधकार में खोते सपनों का कुछ... जिन नजरों से बचना मुनासिब नहीं हुआ उन नजरों का भी एक अलग अंदाज है, अंधकार मे...
आओ बचपन में लौट चले, यहां दोस्त थे, सिर्फ दोस्त थे, जो रूठते थे, झगड़ते थे, पर पल भर में मान जाते... आओ बचपन में लौट चले, यहां दोस्त थे, सिर्फ दोस्त थे, जो रूठते थे, झगड़ते थे, प...
ख़ुद ही मिट जायेंगे अपनी ही बनायी नफ़रत की दुनिया में बह जायेंगे वो वक्त के साथ खून की उन्हीं नदियो... ख़ुद ही मिट जायेंगे अपनी ही बनायी नफ़रत की दुनिया में बह जायेंगे वो वक्त के साथ ...
माटीपूत्र कहलाने वाला, समस्याओ से लड़ते-लड़ते , माटी में मिल जाता है, माटी में मिल जाता है । जय जव... माटीपूत्र कहलाने वाला, समस्याओ से लड़ते-लड़ते , माटी में मिल जाता है, माटी में मि...
आँख खोलकर सबसे पहले, जिसको मित्र बनाया है । हँसकर, रोकर, उलट-पलटकर, जिस आँचल में जीवन पाया है ।। आँख खोलकर सबसे पहले, जिसको मित्र बनाया है । हँसकर, रोकर, उलट-पलटकर, जिस आँचल ...
रात रात भर जागकर लोरी गा गोद मे अपनी प्रेम से सुलाती है लालन पालन मे व्यस्त होकर अपनी सुध भी न रह... रात रात भर जागकर लोरी गा गोद मे अपनी प्रेम से सुलाती है लालन पालन मे व्यस्त हो...
चुनाव जैसे गंभीर मुद्दे पर कुछ काव्य पंक्तियाँ मैंने लिखी है। आशा करता हूं आप लोगों को यह पसंद आएग... चुनाव जैसे गंभीर मुद्दे पर कुछ काव्य पंक्तियाँ मैंने लिखी है। आशा करता हूं आप ...
क्रोध तो करो लेकिन बैर न रखो। जो कहना है खुल कर कहो। दिल को यूं परेशान न करो। क्रोध तो करो लेकिन बैर न रखो। जो कहना है खुल कर कहो। दिल को यूं परेशान न करो।
कभी बनाया था हमीं ने अपने जुनूँ से बचपने में काग़ज़ की कश्ती और पेंसिल की नोक से मीनारों,मेहराबो... कभी बनाया था हमीं ने अपने जुनूँ से बचपने में काग़ज़ की कश्ती और पेंसिल की नोक...
इस धुँएँ को नासिका में भर लूँ तो साँसें चले। इस धुँएँ को नासिका में भर लूँ तो साँसें चले।
जिसे गले मे लटकाये मैं घूम रही थी अभी तक गजब का असर दिखा इस तमगे़ को उतारते ही मेरी गर्दन जो बोझ... जिसे गले मे लटकाये मैं घूम रही थी अभी तक गजब का असर दिखा इस तमगे़ को उतारते ह...
आओ हम सब मिल जुल कर l अब अच्छा कदम बढ़ाते हैं ll दहेज नाम को ही हम सब l जड़ से खत्म कराते हैं ll आओ हम सब मिल जुल कर l अब अच्छा कदम बढ़ाते हैं ll दहेज नाम को ही हम सब l जड़ से...
चोर से चोरी क्या करना, वो खुद अपनी मजबूरी से मजबूर है थोड़ा। आने वाले वक्त से समय क्या पूछना, वो ... चोर से चोरी क्या करना, वो खुद अपनी मजबूरी से मजबूर है थोड़ा। आने वाले वक्त से ...
सोचती हूँ में भी तेरी गली आऊं , मीरा की तरह नाचूं और गाऊं , बीचमें आ जाता है कोई न कोई, सोचकर य... सोचती हूँ में भी तेरी गली आऊं , मीरा की तरह नाचूं और गाऊं , बीचमें आ जाता है...