जिंदगी का सुहाना सफर
जिंदगी का सुहाना सफर
ठंड गर्मी का मौसम तो है आना जाना
कड़कड़ाती ठंडी में तू अलाव जलाना।
परिवार संग के साथ अलाव की गर्मी में बैठ कुछ काम कर जाना।
साथ में सब को काम पर लगाना।
क्योंकि मिलजुल कर काम करना ही करता है जिंदगी के सफर को सुहाना
जिंदगी एक सफर है सुहाना।
यहां कल क्या हो किसने जाना।
लम्हे लम्हे जिंदगी कह रही है अपना फसाना।
जब मन में हो आत्मविश्वास अपने ईश्वर पर हो विश्वास अपने आप पर हो विश्वास तो काहे का घबराना।
जो होगा वह देखा जाएगा।
क्यों मन में कुछ खो जाने का डर को बैठाना
जिंदगी है एक हसीन अफसाना।
खुलकर जियो जिंदगी। हंसी खुशी से जियो जिंदगी।
बिना डर के निडर होकर जियो जिंदगी।
चाहे कोई भी आए कितनी भी सर्दी गर्मी और बरसात आए उससे क्या है घबराना
क्योंकि जिंदगी एक सफर है सुहाना।
ना तुम कोई ऐसा काम करो जिससे तुमको डर लगे कि अब क्या होगा।
जो तुम्हारे लिए आत्मघाती साबित हो।
जिंदगी जिंदादिली का नाम ।
चलते रहो सुबह शाम ना किसी को अपने स्वाभिमान पर चोट देने दो।
ना कभी किसी के स्वाभिमान पर चोट पहुंचाओ ।
पल-पल गुजरती जिंदगी में अपने स्वास्थ्य का तुम ध्यान रखो।
थोड़े सजग रहो।
थोड़े जागरूक रहो।
तो डर कैसा।
और कोई तकलीफ आए तो हिम्मत से सहन करो ।
और उसका सामना करो।
डर अपने आप ही भाग जाएगा ।
हमको तो किसी भी बात से डर नहीं लगता। कल क्या होगा किसने देखा।
जब हमारा ईश्वर साथ है जो करेगा अच्छा ही करेगा ।
हमने अपनी सारी चिंता है ईश्वर के ऊपर ही छोड़ रखी है ।
तो हमारे लिए डर कैसा और घबराना कैसा।
क्योंकि हमने बचपन से सीखा है डरने वाले को डराती है दुनिया।
हिम्मत से काम लेने वालों से घबराती है दुनिया।
अगर आपके पास हिम्मत है।
तो बड़े से बड़ा डर भी भाग जाता है।
निर्बल का शोषण कर जाती है दुनिया इसीलिए कहती है विमला निडर रहो, स्वस्थ रहो,
इंसानियत और भाईचारे से रहो तो दुनिया में किसी से डरने की कोई जरूरत नहीं।
अपने इश्वर पर भरोसा रखकर अपनी जिंदगी हंसी खुशी से जियो तो डरने की किसी से जरूरत नहीं।
हादसों का तो क्या है वह कहीं भी हो सकते हैं।
घर में भी हो सकते हैं और बाहर भी हो सकते हैं ।
क्योंकि सावधानी हटी और दुर्घटना घटी
इसीलिए सावधानी रखते हुए जिंदगी को अच्छी तरह से जियो तो जिंदगी गुलजार हो जाएगी।
डर के साए में तो जिंदगी बर्बाद हो जाएगी।