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A Mani Sharma

Inspirational

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A Mani Sharma

Inspirational

जीवन धारा

जीवन धारा

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जीवन धारा बहती जाती

कही न रुकती चलती जाती।


शाम सवेरे, हर पल, हर क्षण

नये - नये लोगों से मिलाती।

कभी हँसाती, कभी रुलाती

लेकिन कहीं नहीं रुक जाती।


जीवन धारा बहती जाती

कहीं न रुकती, चलती जाती।


कभी महफिल मेंं लेे जाती

कभी अकेला क्षण  दे जाती।

सुख - दुख का हर स्वाद चखाती

अपने परायों का भान कराती।


जीवन धारा बहती जाती

कहीं न रुकती चलती जाती।



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