जासूसी
जासूसी
आज मोहल्ले में हलचल मची है।
सब छैल छबीली लड़कियों के दिल मेँ आशा जगी है।
क्योंकि आज मोहल्ले में आया है एक नया किराएदार।
है वह बांका सजीला नौजवान।
जिसको देख उन लड़कियों का दिल खुशी से उछल रहा है।
सब लग गई उसकी जासूसी करने कहां से आया है क्या करता है।
कुंवारा है, शादीशुदा है।
यह जासूसी करने में लगी है।
सब अपने मन में नए अरमान सजाने लगीं हैं।
सपने सुहाने सजाने लगीं हैं।
सुबह से शाम हो गई मगर उनकी जासूसी अब तक काम ना आई हैं।
रात पड़े एक गाड़ी उसके दरवाजे पर आई है।
गाड़ी में से उतरी एक सुंदरी जिसको बढ़कर उसने गले लगाया।
क्योंकि थी वह उसकी पत्नी प्यारी पत्नी।
जिसको देख लड़कियों का दिल टूट गया।
और दिल से हाय निकल गई, कि उनका यहां कोई स्कोप नहीं है ।
यह तो शादीशुदा निकला कोई कुंवारा बांका का नौजवान नही है।