वो कहते हैं ना मैं तुलसी तेरे आँगन की कुछ-कुछ यूँ ही। वो कहते हैं ना मैं तुलसी तेरे आँगन की कुछ-कुछ यूँ ही।
यह जानते हम पर हो फ़िदा, माफ़ करें हम तो शादीशुदा। यह जानते हम पर हो फ़िदा, माफ़ करें हम तो शादीशुदा।
दोनों हम करते हैं एक-दूसरे से प्यार बेशुमार, समाज के कायदे-कानूनों ने जीते-जी दिया हमे दोनों हम करते हैं एक-दूसरे से प्यार बेशुमार, समाज के कायदे-कानूनों ने जीते-जी...
आज मोहल्ले में हलचल मची है। सब छैल छबीली लड़कियों के दिल मेँ आशा जगी है। आज मोहल्ले में हलचल मची है। सब छैल छबीली लड़कियों के दिल मेँ आशा जगी है।
कभी... अपनी किस्मत खुद लिख लेती थी बड़ी से बड़ी डिमांड भी माँ-बाप से कह देती थी अब जरूरत की ची... कभी... अपनी किस्मत खुद लिख लेती थी बड़ी से बड़ी डिमांड भी माँ-बाप से कह देती...