हर घर तिरंगा
हर घर तिरंगा
हर घर तिरंगा फहराएंगे,
राहों में फूल बिछाएँगे
हर घर तिरंगा फहराएँगे,
राहों में फूल बिछाएँगे
75वें आजादी महोत्सव की
मिलकर शान बढ़ाएँगे
ओज-जोश से भरा तिरंगा
मन हो पावन जैसे गंगा
राष्ट्र-भक्ति के रंग में रँग कर
प्रेम-सौहार्द का परचम बनकर
गली-कूचे चौबारे महकाएँगे
हर घर तिरंगा फहराएँगे
भारत देश की ऊँची शान
तिरंगे को दें हम सम्मान
खुशहाली हरियाली लाकर
केसरी बाना तन पे सजाकर
"पूर्णिमा" भू अम्बर को गुंजाएँगे
हर घर तिरंगा फहराएँगे।