हिम्मत रख
हिम्मत रख


छत पर खड़ा हो तो कूदने की इच्छा नहीं
उड़ान भरने की हिम्मत रख
छुपने का मन है तो डर के कोना मत ढूंढ
उंचाईयो में ओझल होने की हिम्मत रख
रुकने का मन है तो बीच रास्ते पत्थरो पे दम मत तोड़
मंज़िल तक खुधको घसीटने की हिम्मत रख
मुँह मोड़ना है तो विश्वास और वादों से नहीं
दुनिया के तीखे शब्दों को अनसुना करने की हिम्मत रख .
किसी से मिलने का मन है ? अपने आप से रूबरू हो
खुद से कुछ कठिन सवाल पूछने की हिम्मत रख
गहराइयों में जाना है तो रूह तक की खुदाई कर
टटोलने की खुद को हिम्मत रख।