हौसला !
हौसला !
डरना नहीं है
नाही डर के जीना है,
ये वक्त भी गुज़र जाएगा
तुझे बस हौसला नहीं खोना है !
उम्मीद की मशाल तू जलाए रख
उजाला बेशक छाएगा,
थोड़ा वक्त तो गुजरने दे
तू बेशक मुस्कुराएगा !
गिरा तू तो भी जायज़ है
बिखरा तू तो भी जायज़ है
बस कोशिश तेरी चलने दे ,
कुरेदे हुए इन जख्मों पे
वक्त को मरहम भरने दे ,
इन तूफ़ानों को खुद से
कुछ इस तरह गुजरने दे,
अगर फिर आए ये सामने
तो बस हवा के झोके सा लगने दे !
