" है सही नायक वही "
" है सही नायक वही "
जो दिलों पर राज करता ,
है सही नायक वही !!
जो पलक पर आज बैठा ,
मेहनत वर्षों करी !
पक्ष वह कोई न देखे ,
है कथा दर्दों भरी !
जब सफलता हाथ आई ,
बन गया लायक वही !!
निज नियंत्रण है ज़रूरी ,
साधते जो साधना !
लक्ष्य से वह डिग न पाते ,
पूर्ण होती कामना !
शीर्ष पर उसका पहुँचना ,
है न परिचायक वही !!
पटकथा लिखता कोई है ,
रंग भरती है अदा !
दोहरा जीवन सजाते ,
बोझ उन पर है लदा !
नित्य चढ़ना है कसौटी ,
आज परिणायक वही !!
है सफलता और विफलता ,
सामने दोनों खड़ी !
कब वरण है हाथ उनके ,
टूटती , जुड़ती कड़ी !
जो रखे संयम यहाँ पर ,
सत्य सुखदायक वही !!