गिरफ्तार
गिरफ्तार
जिस का इंकार भी
इंकार न समझा जाए
हम से वो यार-ए-तरह-दार
न समझा जाए
इतनी काविश भी न कर
मेरी असीरी के लिए
तू कहीं मेरा गिरफ़्तार
न समझा जाए।
जिस का इंकार भी
इंकार न समझा जाए
हम से वो यार-ए-तरह-दार
न समझा जाए
इतनी काविश भी न कर
मेरी असीरी के लिए
तू कहीं मेरा गिरफ़्तार
न समझा जाए।