U.P based setteled in M.P working as Assistant General Manager
अब इन्हें बिकना भी तो रद्दी के भाव ही पड़ेगा ना बेटा। अब इन्हें बिकना भी तो रद्दी के भाव ही पड़ेगा ना बेटा।
सुरेश के मौन में रामनारायण को अपना उत्तर जो मिल गया। सुरेश के मौन में रामनारायण को अपना उत्तर जो मिल गया।
सुकेश के मौन में रामनारायण को अपना उत्तर जो मिल गया था। सुकेश के मौन में रामनारायण को अपना उत्तर जो मिल गया था।
पिताजी जब मैं पहली हर घर से निकली थी तब आपने कितनी हिदायतें दी थी आज तो मैं इस दहलीज को छोड़ कर जा ... पिताजी जब मैं पहली हर घर से निकली थी तब आपने कितनी हिदायतें दी थी आज तो मैं इस द...
तुम आजकल के बच्चों को हर चीज, हर हाल में, हमेशा चाहिए, वर्ना पूरा घर सर पर उठा लेते हो। तुम आजकल के बच्चों को हर चीज, हर हाल में, हमेशा चाहिए, वर्ना पूरा घर सर पर उठा ल...
जिस आईने में देख कर मैं खुद को संवारता था, मेरा वो आइना टूट अब गया है" पूरे मौहोल में जिस आईने में देख कर मैं खुद को संवारता था, मेरा वो आइना टूट अब गया है" पूरे म...
जिसे तू पकड़ना चाह रहा है वो , कोई रोटी नही, दूर का चांद है। जिसे तू पकड़ना चाह रहा है वो , कोई रोटी नही, दूर का चांद है।
गंगा ने चाबी ली और साड़ी का पल्ला अपनी से कमर में कस कर ठूंस लिया। गंगा ने चाबी ली और साड़ी का पल्ला अपनी से कमर में कस कर ठूंस लिया।
"ना ना, रास्ते भर किस गरीब को कहां ढूंढेंगे "ना ना, रास्ते भर किस गरीब को कहां ढूंढेंगे
”अरे फाइनेंस कंपनी का बिल है पूरे दो लाख का!" ”अरे फाइनेंस कंपनी का बिल है पूरे दो लाख का!"