आत्मविश्वास
आत्मविश्वास
पता नहीं कैसे इस मन मे आशंका सी छाई
जब मेरे करीब इम्तिहान की घड़ी आई।
बहुत से प्रयास करे और सफलता भी पाई
लेकिन इस चंचल मन मे क्या दुविधा सी समाई,
क्या सच मे राहे इतनी कठिन है ?
जिसे हम पार नहीं कर सकती!
या फिर कुछ ऐसा जो,
कोई कठिन कार्य करने से पहले
मन मे आत्मविश्वास की कमी आई।
होना है जो होकर रहेगा
फिर क्यों करे इस दुनिया से अपनी तुलना भाई
निज मर्म कर्तव्य को करो बिना जी चुराई
शायद भगवान ने यह परिक्षा बनाई।
अगर रहेगी चिंता तो मनोबल खोदोगे
रहोगे अचिन्त्य तो सफलता के बीज बोदोगे
खुद को करो न निराश
अपनी मेहनत पर रखो विश्वास
जिस उद्देश्य के लिए प्रेरित हुए
उसे पूरा करने के लिए,
करो अभूतपूर्व प्रयास।
यही इम्तिहान की घड़ी एक नया मोड़ लायेगी
मन की ये आशंका ही तुम्हारा आत्मबल जाएगी
खुद पर रखो पूर्ण विश्वास
पूरी करो अपनी हर आश।
