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Sudhirkumarpannalal Pratibha

Inspirational

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Sudhirkumarpannalal Pratibha

Inspirational

आशा का सवेरा

आशा का सवेरा

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जीवन में 

घोर 

निराशा है

एक ओर 

कुआं और 

एक ओर 

खाई है

चहु ओर 

घुप्प 

अंधेरा है

ऐसे में

ऊपर जब 

देखता 

हूं तो

आकाश में

टिमटिमाते

तारे

इस अंधेरे

को दूर 

करने का

असफल

कोशिश

कर रहें

होते हैं

ऐसा 

लगता है

वो हार

नहीं मान 

रहे हो

अंधेरे को

खत्म करके

प्रकाश

बिखेरने का

असफल

कोशिश

कर रहे हो

साथ हीं 

वो हमसे

कह 

रहें हो

जब 

अंधकार

काफी 

गहरा

जाता 

है तो

उजाला 

आने का

आमंत्रण 

होता है

आशा 

का 

सवेरा

जरूर 

होंगा

आशावादी

बनकर

इंतजार

करना है।



ଏହି ବିଷୟବସ୍ତୁକୁ ମୂଲ୍ୟାଙ୍କନ କରନ୍ତୁ
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