इस महामारी से हमारा विश्व मुक्त हो इस महामारी से हमारा विश्व मुक्त हो
सीता आज भी डायरी-कलम हाथ में रखे द्वंद को जिये जा रही है। सीता आज भी डायरी-कलम हाथ में रखे द्वंद को जिये जा रही है।
विश्वासी द्रोण अपने ही सत्य प्रिय शिष्य द्वारा छले गए। विश्वासी द्रोण अपने ही सत्य प्रिय शिष्य द्वारा छले गए।
जब भी राष्ट्रीय गान हो ध्वज के सम्मान में तुमको खड़ा हो जाना चाहिए! जब भी राष्ट्रीय गान हो ध्वज के सम्मान में तुमको खड़ा हो जाना चाहिए!
मेरी आत्मा मुझे हर क्षण धिक्कारती रहती है मित्र! मेरी आत्मा मुझे हर क्षण धिक्कारती रहती है मित्र!
निरंकार मार्तण्ड सिंह की चाकरी में प्रतिदिन चाबुक डंडे लात घूंसों की मार सहता निरंकार मार्तण्ड सिंह की चाकरी में प्रतिदिन चाबुक डंडे लात घूंसों की मार सहता