और ऊंचा उड़ेगी तोड़ लेगी तारों को क्योंकि उड़ान अभी बाकी है........ और ऊंचा उड़ेगी तोड़ लेगी तारों को क्योंकि उड़ान अभी बाकी है........
हेतल, यह तो ख़ुशी की ही बात है, तुम्हें वेदना नहीं हुई और बेटे को तुमने जन्म दे दिया हेतल, यह तो ख़ुशी की ही बात है, तुम्हें वेदना नहीं हुई और बेटे को तुमने जन्म दे ...
सिसकियों में छुपी वेदना जया के दिल में गर्म शीशे की तरह उतर जाती है सिसकियों में छुपी वेदना जया के दिल में गर्म शीशे की तरह उतर जाती है
बंटी का जीवन सपरिवार सुख-समृद्धि से व्यतीत हुआ। बंटी का जीवन सपरिवार सुख-समृद्धि से व्यतीत हुआ।
लेखक : राजगुरू द. आगरकर अनुवाद : आ. चारुमति रामदास लेखक : राजगुरू द. आगरकर अनुवाद : आ. चारुमति रामदास
बड़ा शहर और अकेली स्त्री, उसके लिए मुश्किलें कम न थीं, लोग तरह तरह की बातें बनाते बड़ा शहर और अकेली स्त्री, उसके लिए मुश्किलें कम न थीं, लोग तरह तरह की बातें बनाते