दीर्घ श्वास के साथ भर्राई आवाज़ ने वातावरण को और उदासी से भर दिया दीर्घ श्वास के साथ भर्राई आवाज़ ने वातावरण को और उदासी से भर दिया
अब उसे पकड़ लेंगे। किसी पेड़ के साथ बाँध, उसे और उसके बच्चे को जला देंगे अब उसे पकड़ लेंगे। किसी पेड़ के साथ बाँध, उसे और उसके बच्चे को जला देंगे
वो सिर्फ जोसफ की और देख रही थी। आंखों से दो मोटे धार निकल रही थी। वो सिर्फ जोसफ की और देख रही थी। आंखों से दो मोटे धार निकल रही थी।
बड़ा शहर और अकेली स्त्री, उसके लिए मुश्किलें कम न थीं, लोग तरह तरह की बातें बनाते बड़ा शहर और अकेली स्त्री, उसके लिए मुश्किलें कम न थीं, लोग तरह तरह की बातें बनाते
मेघना ट्रेन में बैठी सुबक सुबक कर रो रही थी। बगल में बैग दबाये विंडो सीट पर बैठी खिड़की से बाहर रात क... मेघना ट्रेन में बैठी सुबक सुबक कर रो रही थी। बगल में बैग दबाये विंडो सीट पर बैठी...