लेखक: मिखाईल जोशेन्का अनु: आ. चारुमति रामदास लेखक: मिखाईल जोशेन्का अनु: आ. चारुमति रामदास
निरंकार मार्तण्ड सिंह की चाकरी में प्रतिदिन चाबुक डंडे लात घूंसों की मार सहता निरंकार मार्तण्ड सिंह की चाकरी में प्रतिदिन चाबुक डंडे लात घूंसों की मार सहता