खुशियों की हवा जो सामने से स्वागत कर रही थी। खुशियों की हवा जो सामने से स्वागत कर रही थी।
मम्मी इन बच्चों के माता पिता नहीं हैं फिर यह बच्चे कहां पढ़ते हैं मम्मी इन बच्चों के माता पिता नहीं हैं फिर यह बच्चे कहां पढ़ते हैं
निरंकार मार्तण्ड सिंह की चाकरी में प्रतिदिन चाबुक डंडे लात घूंसों की मार सहता निरंकार मार्तण्ड सिंह की चाकरी में प्रतिदिन चाबुक डंडे लात घूंसों की मार सहता