यहां अपनी जान आफत में है और तुम्हें दूसरों की पड़ी है यहां अपनी जान आफत में है और तुम्हें दूसरों की पड़ी है
दिन पर दिन बढते प्रदूषण के कारण ये सब हो रहा है , दिन पर दिन बढते प्रदूषण के कारण ये सब हो रहा है ,
पति का चाशनी में लिपटा प्यार और खूबसूरत से मौसम का खुमार का मजा लेने। पति का चाशनी में लिपटा प्यार और खूबसूरत से मौसम का खुमार का मजा लेने।
हर नयी चीज़ को भली भांति जांचने के बाद की कदम बढ़ाना चाहिए। हर नयी चीज़ को भली भांति जांचने के बाद की कदम बढ़ाना चाहिए।
आज उसके मस्तिष्क से अपराधबोध का बोझ भी उतर चुका था। आज उसके मस्तिष्क से अपराधबोध का बोझ भी उतर चुका था।
मार तो आशा को पड़ी थी लेकिन सीना छलनी खुद माँ का ही हुआ था मार तो आशा को पड़ी थी लेकिन सीना छलनी खुद माँ का ही हुआ था