रागिनी के दोस्त ने उसे हिम्मत दी और उसका खूब खयाल रखा। रागिनी के दोस्त ने उसे हिम्मत दी और उसका खूब खयाल रखा।
दिन पर दिन बढते प्रदूषण के कारण ये सब हो रहा है , दिन पर दिन बढते प्रदूषण के कारण ये सब हो रहा है ,
हर सुबह एक उम्मीद से नींद खुलती है हर सुबह एक उम्मीद से नींद खुलती है
कुदरत के आगे सभी विवश हैं। कुदरत के आगे सभी विवश हैं।
वो आसमान जो कभी प्रदूषण और धुएँ में नजर नहीं आता था आज नीला और साफ दिखाई देता है वो आसमान जो कभी प्रदूषण और धुएँ में नजर नहीं आता था आज नीला और साफ दिखाई देता है
ये मुर्गे प्रदूषण नहीं फैलाते, बल्कि प्रदूषण न फैलाने की शिक्षा देते हैं.. ये मुर्गे प्रदूषण नहीं फैलाते, बल्कि प्रदूषण न फैलाने की शिक्षा देते हैं..