सहारा
सहारा
वेदिका अक्सर अपने पापा रामेश्वर जी से पूछती - "पापा आप मुझसे ज्यादा नकुल भैया से स्नेह क्यों करते हैं ?"
पापा कहते - "तुम बेटी हो, तुम तो एक दिन विदा हो जाओगी मगर मेरे पास तो नकुल ही रहेगा न मेरा सहारा बनकर।"
आज पापा को हार्ट अटैक आया था। नकुल और वेदिका ऑफिस में थे। मम्मी ने नकुल को फोन लगाया मगर उसने कॉल डिस्कनेक्ट कर दिया फिर उन्होंने वेदिका को फोन लगाया तब वह तुरंत आ गई और अपनी कार से पापा को हॉस्पिटल लेकर गई।
आज वेदिका में रामेश्वर जी को अपना असली सहारा मिल गया था।