हज़ारो मे नही करोड़ो में मेरी बह
हज़ारो मे नही करोड़ो में मेरी बह
हज़ारों में नहीं करोड़ों में मेरी बहन है
बहन खूबसूरत सा तोहफा होती है बड़ी
हो चाहे वह छोटी पूरे घर की शान होती है
जिस घर में बहन नहीं होती वह घर वीरान
होती है छोटी-छोटी बातों पर जो लड़ती रहती है
जब भी मां की जरूरत हो एक बहन ही फर्ज
निभाती है बहन छोटी हो या बड़ी हो मां के
जैसे ख्याल रखती है खैर मेरी बहन मेरे लिए
जान है क्योंकि मेरी जिंदगी में सबसे इंर्पोटेंट
मेरी बड़ी बहन है बचपन से ही वह मेरे लिए
प्रोटेक्टिव रही हैं कभी भी कोई प्रॉब्लम हो
पढ़ाई हो या फिर कोई भी एक्स्ट्रा प्रॉब्लम
सारे का सलूशन मेरी बहन के पास होता था
मेरी आइडियल जो भी कुछ सीखा है मैंने
उन्हें से सीखा है जिंदगी जीने का ढंग वह
मेरे आईने की जैसी है उनमें मैं खुद को
देखना चाहती हूं हां मैं बहुत लड़ाई करती
हूं अपनी बड़ी बहन से पर उनके जितना
प्यार किसी से नहीं करतीहर परेशानी बस
उन्हीं से बांट सकती हूं उनसे बात करके एक
सुकून सा मिलता है मुझे एक नया नजरिया
मिलता है मेरी बड़ी बहन मेरे लिए क्या है
ये बताना बहुत मुश्किल से होगा मेरे लिए
बचपन का एक किस्सा सुनाती हूँमैं तक
रीबन 12 वर्ष की थी दीदी मुझे साथ लेकर
जाती थी जहाँ भी जाना होता था और मैं
नटखट थी क्योंकि उस समय मैं बस कपड़े
लड़कियों की तरह पहनती थी पर लड़कियों
की तरह न चलती थी न लड़कियों वाले खेल
खेलती मुझे क्रिकेट खेलना पसंद था फुटबॉल
ये सारे गेम्स खेलती थी
दीदी के साथ जाती तो मजाल थी कोई
लड़का उनकी तरफ देखे उससे ऐसे घूरती
थी कि बेचारा खुद ही दूसरी तरफ देखने
लगतामेरी दीदी मुझे समझाती"" ऐसे नही
घूरते लड़को को""छोटी क्यों दीदी वो तुम्हे
घूर सकते है मैं क्यों नही..? मैं सवाल करती
और दीदी चुप हो जातीमेरी बहन मेरी जिंदगी
का सबसे बेहतरीन तोहफा हैजो बहुत कीमती
है एक हज़ारो नही करोड़ो में एक है मेरी बहना
आपसे बहुत प्यार करती हूँफ्रेंड जरूरी होता
है सबकी जिंदगी में ओर बहन अगर फ्रेंड बन
जाये तो कहना ही क्ई
भाई का बहन से नाता कुछ खास
होता है इसीलिए बहन की हर तकलीफ
का अहसास भाई को पहले ही होता है।