एक असाधारण लड़का
एक असाधारण लड़का
एक घोर अंधेरी एसी रात जिसमें हर तरफ बिजली कड़कने की आवाज आ रही थी तभी हमें एक एंबुलेंस सडक पर तेजी से आती हुई दिखाई देती और जेसे ही वह एंबुलेंस हॉस्पिटल पहुंचती तभी हम देखते हैं एक बच्चे का जन्म हुआ । उस बच्चे के जन्म के कारण उसकी मां की मौत हो जाती और अस्पताल में चारों तरफ सन्नाटा फैल जाता तभी हम उस बच्चे के पिता को देखते हैं जो एक वैज्ञानिक होते हैं। वह बहुत दुखी दिखाई देते हैं। कुछ समय बाद वह अपने बच्चे को साथ लेकर उसकी मां का दाह संस्कार कर देते हैं।
और कुछ साल एसे ही बीत जाते है और उस बच्चे की उम्र 10 हो जाती और वह स्कूल जाने लग जाता है और उसके पिता एक ऐसे शोध पर काम कर रहे थे जैसे दिमाग की क्षमता को बढ़ाया जा सके। और वह इस शोध को अपने बच्चे पर भी करते हैं और सफलता भी पाते हैं।
अब वह बच्चा अपने दिमाग का 100% इस्तेमाल करने लगा था। अब दोनों हाथों से लिखता है, सामने वाले की मन की बात जान लेता। और ये सब देखकर के लोग आश्चर्य में पड़ जाते और कुछ साल बाद उसके पिता की बी मौत हो जाती है और वह घर पर एकेले ही रहने लगता है और वह समय के साथ अपनी दिमाग की ताकत को बी समजने लग्ता है और वह इतना अध्ययन करता है जिस से वह डॉक्टर बन सके और वह अब अपना खुद का हॉस्पिटल खोल लेता है और अपना पूरा जीवन दूसरो ंकी बलाई मे लगा देता है