आ बैल मुझे मार
आ बैल मुझे मार
रामकिशोर लाल के दो बेटे थे, रोहन और सोहन। दोनों भाइयों में आपस में बहुत प्रेम था। दोनों एक साथ रहते थे, एक साथ खेलते थे और एक साथ घूमते थे। उनका बाल्यावस्था बहुत ही सुखद और खुशनुमा तरह से बीत रहा था। जब वे धीरे-धीरे बड़े हुए और कॉलेज की पढ़ाई करना शुरू कर दिए तब भी दोनों साथ-साथ और अच्छे से मिल-जुल कर रहते थे। कॉलेज में एक मदन नाम का लड़का था जो पढ़ने में इतना होनहार तो नहीं था लेकिन उसके अंदर बहुत सारी बुरी आदतें थी और उनका एक समूह था जिसमें कई सारे लड़के शामिल थे। रोहन और सोहन उन लोगों से हमेशा दूर रहा करते थे। दोनों भाई में रोहन बड़ा था और बहुत समझदार भी था। सोहन थोड़ा नटखट और चंचल दिमाग का था। उस संगत में शामिल होने के लिए उसका दिमाग कई बार भटकता लेकिन रोहन के समझाने पर वह मान जाया करता था।
एक दिन अचानक किसी कार्य से रोहन को बाहर जाना पड़ा। जिस कारण उसने कॉलेज से चार दिन की छुट्टियां ले ली । तो अब सोहन अकेले ही कॉलेज जाता था। उसका चंचल मन एक दिन उन लड़कों के साथ भटक गया और वह उनके साथ रहने और बातें करने लगा। धीरे-धीरे उनका दोस्त बन गया और वह भी उनके तरह सिगरेट और शराब पीने लगा।
कुछ दिन बाद जब रोहन और सोहन दोनों कॉलेज जाते हैं तो सोहन बहुत बदला हुआ लगता है । सोहन का बदला बर्ताव देखकर रोहन उसे बहुत समझाने की कोशिश करता है। रोहन को यह पता चल जाता है कि सोहन शराब और सिगरेट पीना शुरू कर दिया है और उसे ऐसा करने से बहुत मना करता है लेकिन उसकी बात को नहीं मानता और वह छुप-छुपकर सिगरेट और शराब पीता है।
एक दिन सोहन की तबीयत अचानक बहुत खराब हो जाती है और वह दर्द से बहुत कराहने लगता है। सब लोग उसे तुरंत डॉक्टर के पास ले जाते हैं ।डॉक्टर के इलाज करने के बाद पता चला कि उसे शराब और सिगरेट पीने की वजह से भारी बीमारी हो गई है और अगर उसने दोबारा शराब और सिगरेट पी तो उसके जान को खतरा है। यह जानने के बाद सभी लोग चौक से गए कि सोहन शराब कब पीने लगा, यह लत उसको कहां से लग गई।
कुछ दिन बाद जब सोहन स्वस्थ हुआ तो फिर से कॉलेज जाने लगा । रोहन हमेशा उस पर नजर रखा करता था लेकिन सोहन कहां मानने वाला था । वह उन दोस्तों के साथ बैठकर फिर से शराब और सिगरेट पीने लगा। यह देख रोहन उसे बहुत समझाने की कोशिश करता है । उसे घर ले जाना चाहता है पर वो जाने से इंकार कर देता है और अपने भाई से झगड़ पड़ता है । सोचता है कि थोड़ा सा पी लेने से क्या होगा । ज्यादा पीने से तबीयत खराब होती है, थोड़ा पीने से कुछ नहीं होता । वह प्रतिदिन थोड़ा-थोड़ा करके शराब और सिगरेट पीता रहा। घर के सभी सदस्य उसे बहुत समझाने की बहुत कोशिश करते हैं पर वो एकांत में हमेशा सिगरेट और शराब लेता रहा।
अंत: परिणाम यह हुआ कि एक दिन उसका तबीयत बहुत ज्यादा खराब हो गया ा। सब लोगों के लाख समझाने पर भी उसमें शराब और सिगरेट पीना नहीं छोड़ा जिसके कारण उसके किडनी में कैंसर की बीमारी हो गई । उसने इस बीमारी को खुद आमंत्रित किया था जैसे कहते हैं ना "आ बैल मुझे मार" जिसकी वजह से उसका बचना मुश्किल हो गया और वह दुनिया को छोड़ कर चला गया।
