न जीना चाहो फिर भी कुछ जरिए दे जाते.. न जीना चाहो फिर भी कुछ जरिए दे जाते..
हम तो समझे वह हाथ थामने आए हैं । हम तो समझे वह हाथ थामने आए हैं ।
सबेरे और साँझ के बीच पूर्ण होती हैं कई जिम्मेदारियां सबेरे और साँझ के बीच पूर्ण होती हैं कई जिम्मेदारियां
फिर भी एक आस बची है, बादल बरस जाएंगे, सब तर हो जाएंगे फिर भी एक आस बची है, बादल बरस जाएंगे, सब तर हो जाएंगे