शांति संग किनाराकश बहू को बेटी मानने में शुरू होती है कशमकश शांति संग किनाराकश बहू को बेटी मानने में शुरू होती है कशमकश
मैं तुमसे बातें करती हूं तुम नदिया सी बहती हो मैं तुमसे बातें करती हूं तुम नदिया सी बहती हो
औरत ही जलती है उस औरत से जो खुद कभी सँवरना चाहती थी औरत ही जलती है उस औरत से जो खुद कभी सँवरना चाहती थी
कब तक यूं दुख में जलती रहेगी यूं ही घुट घुट कर मरती रहेगी कब तक यूं दुख में जलती रहेगी यूं ही घुट घुट कर मरती रहेगी
वह शब्द मेरे हर एक पन्ने में सिसक रही है। वह शब्द मेरे हर एक पन्ने में सिसक रही है।
पापित शापित सब जीवो को तूने ही पार उतारा है, पापित शापित सब जीवो को तूने ही पार उतारा है,