किसी भी बहुमुल्य वस्तु से अधिक हृदय रोज़ लुभा सकता हूँ। किसी भी बहुमुल्य वस्तु से अधिक हृदय रोज़ लुभा सकता हूँ।
तुम्हें तुम्हारी मंज़िल देने की कोशिश की तुम्हें तुम्हारी मंज़िल देने की कोशिश की
अपने ही अपनों के हाथों से अब बहुत कट चुके हैं हम मत बांटो इस धरती को अब बहुत बँट अपने ही अपनों के हाथों से अब बहुत कट चुके हैं हम मत बांटो इस धरती को ...
कुछ पल सुकून बहुत ही महँगा हो चला है जिधर देखो गम बड़ा ही सस्ता हो चला है कुछ पल सुकून बहुत ही महँगा हो चला है जिधर देखो गम बड़ा ही सस्ता हो चला है
हाय रे घटिया फ़ोन, हाय रे चाइनीज़ फोन हाय रे घटिया फ़ोन, हाय रे चाइनीज़ फोन
चटनी रोटी से देख गुजरा होगा दाल चावल कब यार सस्ता हुआ चटनी रोटी से देख गुजरा होगा दाल चावल कब यार सस्ता हुआ