अब मैं घर वापसी ऐसी करूँगा तुम्हारे मेरे तक आने का रास्ता बंद मिलेगा। अब मैं घर वापसी ऐसी करूँगा तुम्हारे मेरे तक आने का रास्ता बंद मिलेगा।
दिवस मंगल शुभ हैं आई। कढ़ाई पनीर विवाह रचाई।। १ खुश हैं दादा गरम मसाला। दिवस मंगल शुभ हैं आई। कढ़ाई पनीर विवाह रचाई।। १ खुश हैं दादा गरम मसाला।
तब मुझे याद आ रहा था... अपने पिता की बनायी भिंडी का स्वाद तब मुझे याद आ रहा था... अपने पिता की बनायी भिंडी का स्वाद
चटनी रोटी से देख गुजरा होगा दाल चावल कब यार सस्ता हुआ चटनी रोटी से देख गुजरा होगा दाल चावल कब यार सस्ता हुआ